Thursday, June 12, 2014

एक मदारी की जीत


एक मदारी की जीत ।

एक मदारी आया, अपने झोले में खूब सारे फल लाया,
दिखा दिखा उसने सब बन्दरों के मन को खूब ललचाया,
"अब सबको मिलेगा फल, अब सबको मिलेगा  बेहतर कल
सब रहेंगे मिल के अब न होगी कोई फ़िक्र।"

पर मदारी की भूख बड़ी थी, उसकी टीम छूप के पीछे खड़ी थी,
जैसे ही बन्दर पास आये उन्होंने जाल बिछाया, 
सबको फंसा पीपल के पेड़ से लटकाया

मदारी ज़ोर से हंसा और बंदरों को बोला,
"हर साल मैं जंगल में आता हूँ, तुमको फल दिखा पकड़ ले जाता हूँ,
तुम कब समझोगे यह फल नहीं जाल है, यह नासमझ ही तुम्हारी हार है । "

यह सुन बंदरों ने एक दुसरे को विवश भरी मंद आँखों से देखा और कहा
"हमारी नादानी शायद समझ से बड़ी है,
इसलिए हमारी किस्मत शायद इस देश की तरह आज इस पेड़ से लटकी पड़ी है,
इस पेड़ से लटकी पड़ी है ।।  "

दरबार साहिब हादसा - सत्ता भोगी भीड़े


ब्लूस्टार ऑपरेशन की याद मे जो दरबार साहिब में महोत्सव रखा गया और उसमे जिस तरह से दो गुट आपस में लड़े वह देख कर बहुत दुःख हुआ  । 

सिख धर्म हमेशा से ही वीर एवं साहस के लिए जाना गया है । पर अफ़सोस यह वीरता देश एवं धर्म की रक्षा की जगह एक दुसरे को मिटाने के लिए प्रयोग करी गयी । वह मंज़र बहुत डराने वाला थ. तलवार लिए शूरवीर एक दुसरे के ऊपर प्रहार  कर रहे थे । एक सच्चा धार्मिक व्यक्ति कदापि एक धार्मिक स्थल पे ऐसा घिनौना कार्य नहीं करेगा । अवश्य ही यह एक सियासी लड़ाई है जिसमे स्वार्थ और सत्ता भोगी अपने फायदे के लिए अपने विपक्ष का नुक्सान करने का प्रयास कर रहे हैं । मुद्दा भी हैरान करने वाला था । सिर्फ माइक पे न बोलने की वजह से यह झगड़ा शुरू हुआ ।  

पंजाब और पंजाबी एक बड़ा ही गज़ब संगम है । बड़बोले पर दिल से साफ़, मेहनती पर सबसे बड़े खर्चीले भी, रात को मुर्गे के दीवाने पर सुबह आलू के परांठे के लालची भी । पंजाबी हो और यह सब खूबियां न हो, ऐसा हो नहीं सकता । इस धर्म और इस प्रदेश ने भारत की भूमि को अनेक खूबियां दी है । 

नए सांसद बने श्री भगवंत मान ने इस मुद्दे पे सही टिप्पणी करी है । वह बोले "धर्म हमेशा राजनीति को दिशा मार्ग देता है । परन्तु कुछ सालों से विपरीत हो रहा है की राजनीति धर्म को दिशा दे रही है । " शायद यह आजकल हरेक प्रदेश और धर्म में हो रहा है । कुछ सियासतदार मुस्लाम के रखवाले बन चुके हैं, कुछ हिन्दुओं के, कुछ दलित के, कुछ बंगाली के, गुजराती के वगैरह वगैरह  । बाबा जी से दुआ है की इन सियासी लोगों को सद्बुद्धि दे ताकि जिस देश को सबने मिलके आज़ाद कराया है उसको अब फिर से कमज़ोर वे ना बाँट दें । 

सत श्री अकाल । जय भारत  !